बीकानेर स्थापना दिवस पर इन्सान और परिंदों के काल बनते जा रहे चाइनीज़ मांझे के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता भूरमल सोनी,सीए प्रणाम सोनी द्वारा तैयार की गई सन्देश परक पतंगों एवं पोस्टरों के माध्यम से ढोल बजाकर चायनीज मांझा, बाल विवाह, नशा, जल बचत आदि के लिए आमजन को कोट गेट पर जागरूक किया गया। विभिन्न जागरूकता सन्देश लिखी पतंगों का निःशुल्क वितरण की गई तथा शहर की कई जगहो पर कर चाइनीज़ मांझे और बाल विवाह जैसी कुरीतियों एवं जल बचत तथा नशा मुक्ति सन्देश-चाईनीज मांझा मौत का पैग़ाम,छोटी उम्र में शादी,जीवन बर्बादी,बाल विवाह कलंक है, बच्चों के भविष्य की बर्बादी है, बाल-विवाह रोके -यह सामाजिक अभिशाप है तथा चाइनीज मांझा जानलेवा है इस्तेमाल वर्जित है, जल जिंदगानी है, पानी व्यर्थ बर्बाद न करें, नशा नाश का कारण ,प्लास्टिक डोर, जीवन समाप्त की ओर -चित्र व श्लोगन अंकित की गई पतंगों व पोस्टरों के जरिए सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ सन्देश दिया। जिला प्रशासन द्वारा चाइनीज़ मांझे के खिलाफ कानूनी निषेधाज्ञा लागू की जानकारी दी गई। आमजन को चीनी मांझे, बाल-विवाह, नशा मुक्ति, पानी बचत आदि जागरूकता अभियान में सीए निकिता सोनी,कनक कंचन कचन, आर्टिस्ट मुकेश जनागल, लक्ष्मण सहदेव, विरेन्द्र कुमार मोदी का सहयोग रहा।
जूनागढ़ में आयोजित ‘हरख बीकाणा ‘ में चाइनीज़ मांझा, बाल-विवाह, पर्यावरण, पानी बचाओ तथा नशामुक्ति सन्देश अंकित पतंगों व पोस्टर का प्रदर्शन किया।
आईजी ओमप्रकाश पासवान, बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास ने सामाजिक कार्यकर्ताओं के अभियान की सराहना करते हुए कहा कि सामाजिक कुरीतियों, कातिल मांझे, पानी के दुरुपयोग तथा शहर को नशाखोरी से बचाने में आमजन भागीदारी निभाएं। विमला डुकवाल, सुषमा बिस्सा, राजकुमारी व्यास आदि महिलाओं ने भी सामाजिक अभिशाप बने बाल विवाह रोकथाम एवं चायनीज मांझे के खिलाफ मुहिम में भाग लिया।
