जातीय जनगणना करवाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समाज में सामाजिक न्याय का संदेश देना चाहते हैं। क्योंकि वे सामाजिक न्याय में विश्वास रखते है। यह बात केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अपने एक दिवसीय बीकानेर दौरे के दौरान पत्रकारों से कहीं। उन्होंने कहा कि जब 2013 में संसद में जनगणना के बाद चर्चा हुई तो तत्कालीन मनमोहन सरकार ने जनगणना के जातीय आंकड़े क्यों नहीं प्रस्तुत किये। राहुल गांधी जो इसकी पैरवी करते थे उस समय वे भी सांसद थे। उस समय उन्हें इस प्रकार के आंकड़े जारी करवाने चाहिए थे। लेकिन मोदी सरकार ने इस बात को प्रमाणित कर दिया कि वह सामाजिक न्याय में विश्वास रखती हैं। इस वजह से जातीय जनगणना का एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। मेघवाल ने अखिलेश यादव द्वारा बाबा साहेब के चित्र के साथ छेड़छाड़ कर अपना फोटो लगाने की घोर निंदा करते हुए कहा कि जिनके सांसद आरक्षण बढ़ाने के बिल को संसद में फाड़ते हैं उनकी यह घटना निंदनीय है वह आरक्षण विरोधी लोग हैं।

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