बीकानेर। ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) आत्महत्या प्रकरण में शुक्रवार को बीकानेर में ग्राम विकास अधिकारियों ने जिला परिषद से कलेक्ट्रेट तक विरोधी रैली निकाली। जिसमें सभी अधिकारी विरोध स्वरूप काले कपड़े पहनकर शामिल हुए। जिनका कहना था कि भ्रष्ट अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा परेशान करने पर वीडीओ द्वारा आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा, ऐसे अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।ग्राम विकास अधिकारियों ने बताया कि प्राप्त जानकारी में यह स्पष्ट हो गया है कि नव चयनित युवा होनहार ग्राम विकास अधिकारी साथी शंकरलाल मीणा ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि यह भ्रष्ट लोगों द्वारा की गई जघन्य हत्या है। कुछ लोगों की प्रताडऩा ने निर्दोष साथी को जीवन लीला समाप्त करने को विवश किया गया।संघ के पदाधिकारियों ने कहाकि ऐसी हृदय विदारक घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए संगठन ने कड़े कदम उठाने का निर्णय किया हैं।इस घटना के दोषियों सहित प्रदेश के अन्य ब्लॉक्स में इस प्रकार के वातावरण निर्माण के लिए उत्तरदाई अधिकारियों ,जनप्रतिनिधियों एवं अन्य लोगों के विरुद्ध संगठन एक अभियान चलाएगा ।
इस प्रकार साथियों को प्रताडि़त करने के लिए चाहे कितना भी बड़ा अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि हो संगठन उसके विरुद्ध पुरजोर ताकत से संघर्ष करेगा। इसी विरोध में शुक्रवार को दोपहर को प्रत्येक जिला परिषद मुख्यालय पर दिवंगत शंकरलाल की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि एवं संकल्प सभा का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के प्रत्येक ग्राम विकास अधिकारी की उपस्थिति रहे। श्रद्धांजलि सभा के बाद घटना के दोषियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करवाने के लिए एवं प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में इस प्रकार का वातावरण निर्माण करने वाले अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध पुरजोर विरोध प्रदर्शन किया गया। उसके पश्चात जिला कलेक्टर तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी को मुख्यमंत्री एवं मंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।
इस विरोध में सभी ग्राम विकास अधिकारी साथी काली टी-शर्ट, काली शर्ट एवं महिला ग्राम विकास अधिकारी काली साड़ी एवं सूट पहनकर शामिल हुए।

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