केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बीकानेर का जोड़बीड़ क्षेत्र गिद्ध संरक्षण के लिए पूरी दुनिया में विशेष पहचान रखता है। यहां सात दुर्लभ प्रजातियों के गिद्ध प्रतिवर्ष अक्टूबर से मार्च तक आते हैं। इसके मद्देनजर यहां’वल्चर ब्रीडिंग सेंटर’की स्थापना की दिशा में कार्य किया जाएगा।
मेघवाल ने सोमवार को जोड़बीड़ में ‘वंदे गंगा, जल संरक्षण जन अभियान’ तथा लव कुश वाटिका लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कहा कि वर्तमान में हरियाणा, असम, पश्चिम बंगाल और मध्यप्रदेश सहित देश के चार राज्यों पर’वल्चर ब्रीडिंग सेंटर’संचालित हैं। बीकानेर में यह केंद्र स्थापित हो, इसके लिए उच्च स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लगभग चार करोड़ रुपए की लागत से यह केंद्र बीकानेर में खुलने से क्षेत्र को गिद्ध संरक्षण के क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी।वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि जल की एक-एक बूंद बचाकर हम बड़ा काम कर सकते हैं, क्योंकि जल प्राकृतिक रूप से ही प्राप्त होता है। इसके मध्यनजर इसका संरक्षण बेहद जरूरी है।इस दौरान मेघवाल और संजय शर्मा ने त्रिलोक चंद बाफना, शिल्पा कच्छावा, करणी सिंह, शुभम कलवानी, भूरजी नायक, डॉ.करण पुरोहित, सीताराम, कोजाराम, राजवीर सिंह तथा कमल राजपुरोहित का वन और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर सम्मान किया। अतिथियों ने तुलसी के पौधों का प्रतीकात्मक रूप से वितरण किया तथा पौधारोपण करने के साथ आमजन को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।
