पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल मथुरादास माथुर अस्पताल में रविवार देर रात को एक्यूट केयर वार्ड में आग लग जाने से एक महिला मरीज गंभीर रूप से झुलस गई. बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह तक इस घटना की जानकारी अस्पताल अधीक्षक डॉ. नवीन किशोरिया को नहीं थी. बाद में उन्होंने पता कर बताया कि बीड़ी पीने से हादसा हुआ है. वहीं, बताया ये भी जा रहा है कि अस्पताल में किसी उपकरण में शॉर्ट सर्किट होने से यह घटना हुई
वही परिजनों का आरोप है कि इस दौरान कोई नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर वार्ड में नहीं था. वो खुद ही बचाव में लगे रहे. काफी देर के बाद किसी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने अस्पताल के वर्क शॉप में जाकर सुचना दी और वहा के स्टाफ आए और आग बुझा कर मरीज को वहा से हटाया . हादसे में 30 वर्षीय महिला मरीज का एक हाथ और गले के पास का हिस्सा झुलस गया.
वही अस्पताल अधीक्षक डाक्टर नवीन किशोरिया ने मिडिया से बातचीत में बताया कि मरीज के साथ रुके हुए परिजन ने ही वार्ड बीडी जलाई और उसे वही फेक भी दिया जिसके कारण यह हादसा हुआ है अधीक्षक डाक्टर किशोरिया ने बताया कि महिला मरीज को अस्पताल के आई सी यु में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है वही हादसे की जांच के लिए एक कमेटी भी गठित की गई है जान्च मे जो भी दोषी पाया जायेगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी वही इस पुरे मामले की शिकायत पुलिस को भी दी गयी है
