अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव
कलाकारों ने दर्शकों को झूमने को किया मजबूर
सोंगी मुखौटा व मयूर नृत्य ने सैलानियों का जीता दिल*
अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के दौरान लोक-संस्कृति और लोकधुनों की थाप ने शाम को बेहद खास और खुबसूरत बना दिया। डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में देर शाम फॉक नाइट का आयोजन हुआ। राजस्थानी लोक गीत और लोक धुनों से सजे इस कार्यक्रम में दर्शकों के साथ पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने भी संगीत की धुनों का लुत्फ उठाया।
इस दौरान राजस्थानी लोक कलाकारों सहित अन्य प्रदेशों के कलाकारों द्वारा भी प्रस्तुतियां दी गई।
पद्मश्री से सम्मानित बीकानेर के मांड लोक गायक अली-गनी ने सुरीले गीतों ने विदेशी पर्यटकों को राजस्थानी संस्कृति का परिचय दिया। उनके गीतों ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया।
स्थानीय कलाकार वर्षा सैनी द्वारा प्रस्तुत चरी नृत्य पर स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।महाराष्ट्र का लोकनृत्य सोंगी मुखौटा एवं मथुरा के मयूर नृत्य ने सैलानियों का दिल जीत लिया। कलाकारों ने घूमर, भंगड़ा, घुटना चकरी, फाग, हरियाणवी घूमर, नौरता सहित अन्य नृत्यों ने पर्यटकों को नाचने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर देशी और विदेशी सैलानी इन पलों को कैमरे में कैद करते नजर आए।
रविवार को होगा ऊंट उत्सव का समापन*
अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के तीसरे दिन के समस्त कार्यक्रम रायसर में होंगे। इनकी शुरुआत प्रातः 9 बजे ग्रामीण खेल प्रतियोगिताओं से होगी। इस दौरान टग ऑफ वॉर, रेसलिंग, टर्बन टाइंग, महिलाओं की मटका रेस, ड्यून रेस आदि का आयोजन होगा। वहीं दोपहर 1:30 बजे से सैंड आर्ट एग्जिबिशन, हैंडीक्राफ्ट और फूड बाजार, भारतीय परंपरा अनुसार विदेशी पर्यटकों का विवाह, कैमल और कैमल कार्ट सफारी और हॉर्स रेस आदि आयोजन होंगे। वहीं कार्यक्रम का समापन फॉक नाइट और अग्नि नृत्य के साथ होगा।