डीडवाना
सिंडिकेट साइबर गैंग के 7 सदस्य गिरफ्तार, मुख्य सरगना फरार।
आरोपियों के कब्जे से 21 एटीएम कार्ड, 22 सिम कार्ड, 10 मोबाइल फोन, 1 वाई-फाई डॉगल, 4 चेकबुक, 9 पासबुक, ₹34,000 नकद एक पिस्टल मय मैग्जीन 12 जिंदा कारतूस बरामद
डीडवाना जिले के मौलासर थाना पुलिस के द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई है,इस कार्रवाई के तहत सिंडिकेट साइबर गैंग के 7 सदस्य को गिरफ्तार किया हैं,एव आरोपियों के कब्जे से 21 एटीएम कार्ड, 22 सिम कार्ड, 10 मोबाइल फोन, 1 वाई-फाई डॉगल, 4 चेकबुक, 9 पासबुक, ₹34,000 नकद एक पिस्टल मय मैग्जीन 12 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है, गैंग का मुख्य सरगना फरार हो चुका है जिसकी भी तलाश पुलिस अब कर रही है।मौलासर पुलिस द्वारा साइबर सैल डीडवाना के साथ मिलकर साइबर अपराध में संलिप्त सिंडिकेट गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार कर, साइबर अपराध में प्रयुक्त सामग्री एवं अवैध हथियार बरामद किए गए हैं। मामले को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर के द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर इस पूरे मामले का खुलासा किया है। एव बताया कि 140 प्राप्त साइबर शिकायतों पर कार्रवाई की गई है,साइबर सेल डीडवाना को वृताधिकारी डीडवाना, धरम पूनिया के नेतृत्व में पुलिस थाना मौलासर भेजा गया।जहां फील्ड इंटेलिजेंस के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि शिवपाल सिंह एवं उसके साथी पीपला का बास, तलाई स्थित सरकारी विद्यालय के पास एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठकर साइबर ठगी की गतिविधि में संलिप्त है। सूचना पर पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते ही आरोपी भागने लगे, किंतु घेराबंदी कर 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया,जबकि मुख्य सरगना दिनेश रणवां भागने में सफल हो गया।जिसके संबंध में पुलिस थाना मौलासर पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान जारी किया गया, गिरफ्तार आरोपियों से विस्तृत पूछताछ से कई खुलासे होने की संभावना है।जिला पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि आरोपियों द्वारा आपराधिक षड्यंत्र के तहत संगठित सिंडिकेट गिरोह के रूप में कार्य करते हुए भोले-भाले लोगों को कमीशन, लालच अथवा झांसे में लेकर उनके बैंक खाते, एटीएम कार्ड, पासबुक, सिम कार्ड एवं संबंधित दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए जाते हैं। इसके पश्चात साइबर ठगी की राशि को ऑनलाइन स्कैनर के माध्यम से इन खातों में डलवाकर आरोपियों द्वारा एटीएम,चेक, ई-मित्र तथा अन्य माध्यमों से राशि निकालकर मुख्य सरगना तक पहुंचाई जाती है। इसके बदले आरोपियों को राशि के अनुपात में कमीशन प्राप्त होता है।वही इस पूरी कारवाई में थाना मौलासर, थाना कुचामन,थाना चितावा एवं साइबर सेल डीडवाना की संयुक्त टीम द्वारा उक्त कार्रवाई में सफलता अर्जित की गई है।
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया दिनेश रणवा इस पूरी गैंग का मुख्य सरगना है,गैंग चैन सिस्टम से काम करती है,जिसमे रामदेव विकास मुकेश कमल तयपुरा एव रानी दिनेश के लिये काम करने वाले खाते उपलब्ध करवाना पैसे निकाल कर भी देते हैं।वही कमल उदयपुरा जितेंद्र शिवपाल प्रतिदिन एटीएम से कैश निकालने वाले दिनेश के कहने पर सभी एटीएम से पैसा निकाल कर मोनू उर्फ आदिल तक पहुचाने का कार्य करते है।मोनू उर्फ आदिल किराना व्यापारी, कुचामन में है,दिनेश के कहने से सारा पैसा इसके नीचे काम करने वाले लोग विभिन्न एटीम से निकालकर इसकी दुकान पर पहुंचाते है।एव दिनेश एटीएम कार्ड फोन पे का प्रबंधन एवं साइबर ठगी के रुपयों का लेनदेन देखता है।
दिनेश गैंग का मुख्य ऑपरेटर है जो फरार हो गया,रामदेव विकास एटीएक कार्ड/फोन-पे का प्रबंधन रामदेव विकास मुकेश सभी दिनेश के लिये काम करने वाले हैं,खाते लाकर देने वाले हैं,वही प्रतिदिन एटीएम से कैश निकालने वाले कमल जितेंद्र शिवपाल कानाराम एटीएम से नकदी निकालने वाले है,मौन, उर्फ आदिल किराना व्यापारी, कुचामन दिनेश के निचे काम करने वाले एजेन्ट है,लोग विभिन्न एटीएम से पैसे निकाल कर इसकी दुकान पर पहुंचाते है।साहिल भाटी मुख्य सरगना है,पैसे कलेक्शन करने वाला जो कलेक्शन करता है।