बीकानेर मे इटली मूल के राजस्थानी विद्वान डॉ.एल.पी.तैस्सितोरी की 106 वीं पुण्यतिथि पर म्यूजियम परिसर स्थित डॉ.तैस्सितोरी की प्रतिमा पर शहर के साहित्यकारों ने पुष्पांजली कर उन्हे याद किया। वही साहित्यकारों ने उनकी समाधि पुष्पाजलि कर उन्हें याद किया। साहित्यकारों ने उनके दुवारा राजस्थानी साहित्य पर किये कार्यो को याद किया। तैस्तीतोरी ने बीकानेर में रह कर साहित्य और पुरात्व पर काम किया। राजस्थानी साहित्य में उनका बहुत बढ़ा योगदान रहा है। उनके दुवारा लिखी पुस्तक बेली कृष्ण री रुख्मणि आज साहित्य के क्षेत्र में पांचवे वेद के रूप मानी जाती है।
