किसान नई तकनीक और अच्छी वैरायटी का बीज इस्तेमाल करें ताकि आय बढ़े- श्री जसवंत सिंह, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त
एसकेआरएयू के गोद लिए हुए गांव पेमासर में प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन
सरसों की वैरायटी आरएच -725 के प्रथम पंक्ति प्रदर्शन के तहत प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन
बीकानेर, 10 जनवरी। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के गोद लिए गांव पेमासर में शुक्रवार को सरसों की वैरायटी आरएच -725 के प्रथम पंक्ति प्रदर्शन के तहत प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। प्रसार शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रगतिशील किसान श्री तेजा राम कूकणा के खेत पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री जसवंत सिंह थे। विशिष्ट अतिथि सरपंच प्रतिनिधि श्री पेमा राम कूकणा, श्री तेजाराम कूकणा एवं प्रगतिशील किसान श्री रामकुमार थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति डॉ अरूण कुमार ने की।
अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री जसवंत सिंह ने कहा कि किसान कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा बताई जा रही कृषि की नई तकनीक और अच्छी वैरायटी का बीज इस्तेमाल करे ताकि आय बढ़े। सरसों की किस्म आरएच-725 की अब मार्केट में डिमांड बहुत ज्यादा है। प्राइवेट कंपनियों के बीज से कहीं सस्ता ये बीज सरकार उपलब्ध करवा रही है।
कुलपति डॉ अरूण कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन के सहयोग से कृषि विश्वविद्यालय गांव में जिस तरह से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। अब वो दिन दूर नहीं जब पेमासर गांव एक आदर्श गांव के रूप में जाना जाएगा। उन्होने कहा कि राज्यपाल महोदय का बीकानेर आने का कार्यक्रम जल्द बन रहा है अगर गांव के लोग चाहेंगे तो यहां किसान मेला और किसान प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
अनुसंधान निदेशक डॉ विजय प्रकाश ने कहा कि सरसों की किस्म आरएच-725 बहुत कम पानी में बंफर पैदावार देती है। इसमें 2-3 पानी या फंव्वारे से केवल 4 पानी देने की आवश्यता होती है। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत स्नातकोत्तर अधिष्ठाता डॉ राजेश कुमार वर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए बताया कि पेमासर गांव में सरसों की वैरायटी आरएच-725 के कुल 36 प्रदर्शन लगाए गए हैं।
प्रगतिशील किसान श्री रामकुमार ने कहा कि इस किस्म में रोग न के बराबर आता है। कम पानी में अच्छी फसल होती है। किसान श्री अर्जुन राम ने कहा कि किसान कृषि वैज्ञानिकों की बात सुनते तो हैं लेकिन कई बार अपनी मनमर्जी कर देते हैं इससे किसानों को नुकसान होता है। कार्यक्रम के आखिर में कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ पी.के.यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के बाद सभी ने सरसों की किस्म आरएच-725 के खेत में लगे प्रदर्शन देखे। कार्यक्रम में सरपंच प्रतिनिधि श्री पेमाराम कूकणा, प्रसार शिक्षा निदेशक और कुलपति के ओएसडी डॉ योगेश कुमार शर्मा, केवीके बीकानेर के वरिष्ठ वैज्ञानिक व अध्यक्ष डॉ दुर्गा सिंह समेत कृषि विश्वविद्यालय के सभी डीन डायरेक्टर, पेमासर गांव के गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। मंच संचालन डॉ सुशील कुमार ने किया।

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