बीकानेर में प्रदेश का पहला चिकित्सा संकुल बनाया गया है. जहां पांचों चिकित्सा सुविधा एक ही छत के नीचे उपलब्ध है. यहां निःशुल्क रूप से इलाज और दवाइयां दी जा रही है. जिससे यहां के लोगों को काफी लाभ मिल रहा है. यह चिकित्सा संकुल में रोजाना 500 से 700 मरीज दिखाने के लिए आते है. यह 360 स्क्वायर फीट में यह चिकित्सा संकुल फैला हुआ है. इसकी 24 फुट गहराई है. जहां पांचों चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है.
परदेसियों की बगीची मुक्ति धाम समिति के प्रबंधक राजीव शर्मा ने बताया कि रानीबाजार में 2014 से काम शुरू किया था. समिति की ओर से राजस्थान सरकार ने चिकित्सा संकुल की व्यवस्था उपलब्ध करवाई गई. उस संकुल के लिए समिति ने आवेदन किया. उस चिकित्सा संकुल में आयुर्वेद, एलोपैथी, होम्योपैथी, यूनानी और योगा का एक ही छत के नीचे का प्रावधान है. इस संस्था ने राजस्थान सरकार से परमिशन लेकर यहां पांचों चिकित्सा व्यवस्था को लागू किया गया है. यहां आस पास स्लम एरिया होने की वजह से यहां के लोग अच्छी चिकित्सा सुविधा से वंचित रह जाते है. इसी को देखते हुए यहां पांचों चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई है. प्रशासन का समय समय पर सहयोग मिलता रहता है और आगे भी हमें सहयोग की आवश्यकता है.
भारत सरकार ने राजस्थान में पांच वेलनेस सेंटर की घोषणा की है तो हमारी कोशिश रहेगी कि एक वेलनेस सेंटर बीकानेर के रानीबाजार में खोला जाएं. इससे बीकानेरवासियों को काफी लाभ मिलेगा. इसके अलावा पीने के पानी के लिए जल मंदिर का भी निर्माण करवाया गया है.
इसके अलावा यहां योगा का पार्क भी बनाया गया है. जहां कई तरह के पेड़ भी लगाए गए है. यहां करीब 70 से 80 पौधे कई अलग अलग किस्म के पौधे लगाए गए है.
एलोपैथी डॉ रुद्र कुमार उपाध्याय ने बताया कि यहां रोजाना 100 से 150 लोग आते है. यह राजकीय चिकित्सालय जन सहयोग से चल रहा है. यहां एक हजार से अधिक दवाइयां उपलब्ध है. यहां समिति का काफी सहयोग रहता है. यहां योगा सीखने के लिए रोजाना 50 से 60 लोग आते है. इसके अलावा होम्योपैथी में भी रोजाना 100 से 150 मरीज आते है. यूनानी में भी इतने ही मरीज आते है. आयुर्वेद में भी 150 से अधिक मरीज दिखाने के लिए आते है.
