बीकानेर
शहर में मंगलवार को इस सीजन का पहला कोहरा देखने को मिला। सुबह के समय घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी महज 50 मीटर के आसपास रही। लंबे इंतजार के बाद दिसंबर के तीसरे सप्ताह में कोहरे की दस्तक के साथ ही शहर में सर्दी का असर तेज हो गया है। हर का न्यूनतम तापमान अब गिरकर 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। अब तक शहरी क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से ऊपर बना हुआ था, लेकिन कोहरे के साथ अचानक ठंड बढ़ गई है। हालांकि कड़ाके की सर्दी का असर अभी पूरी तरह सामने आना बाकी है।
ग्रामीण इलाकों में पहले से ठंड का जोर
ग्रामीण क्षेत्रों में कोहरा पहले से ही बना हुआ है। खासकर लूणकरणसर और श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के गांवों में लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। लूणकरणसर इससे पहले प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका भी रह चुका है। वर्तमान में इन क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।
अभी और गिरेगा तापमान
मौसम विभाग के अनुसार बीकानेर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में तापमान में अभी और गिरावट की संभावना है। विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में 19 दिसंबर तक बीकानेर सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कोहरा छाए रहने की संभावना जताई गई है। बीकानेर संभाग के चूरू और सीकर के कुछ हिस्सों में घना कोहरा रहने की आशंका है।
स्कूल और कोचिंग जाने वालों की बढ़ी परेशानी
कोहरे के बीच स्कूली बच्चों और कोचिंग स्टूडेंट्स को सुबह-सुबह यात्रा करनी पड़ रही है, जिससे जोखिम बढ़ गया है। राज्य सरकार ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों का समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक करने के आदेश जारी किए हैं, लेकिन अधिकांश निजी स्कूल इसका पालन नहीं कर रहे हैं। कई स्कूल सुबह 8 से 9 बजे के बीच शुरू हो रहे हैं, जिससे बच्चों को सुबह 7 बजे ही घर से निकलना पड़ रहा है। इसी तरह कई निजी कोचिंग संस्थानों का समय भी सुबह 7 बजे से होने के कारण विद्यार्थियों को कोहरे में सफर करना पड़ रहा है।
