बीकानेर
भाजपा सरकार के दो साल पूरे होने पर बीकानेर में कांग्रेस नेताओं ने सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए। पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि दो साल के कार्यकाल में न तो नए विकास कार्य शुरू हुए और न ही पुराने प्रोजेक्ट्स आगे बढ़े, जिससे जनता में नाराजगी बढ़ रही है। उन्होंने शिक्षा संस्थानों के अधूरे प्रोजेक्ट भी गिनाए।
डॉ. कल्ला बोले कि जमीनी स्तर पर कोई ठोस उपलब्धि नजर नहीं आती। बीकानेर में एक भी नया बड़ा विकास कार्य शुरू नहीं किया गया। सरकार केवल घोषणाओं तक सीमित रह गई है, जबकि जनता को वास्तविक सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।
रेलवे क्रॉसिंग और गोचर भूमि का मुद्दा उठाया
डॉ. कल्ला ने बताया कि कांग्रेस सरकार के समय रेलवे क्रॉसिंग की समस्या के समाधान के लिए 35 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे, लेकिन भाजपा सरकार के कार्यकाल में अब तक उस पर काम शुरू नहीं हुआ।
गोचर भूमि के मामले में उन्होंने आरोप लगाया कि बीकानेर के भामाशाहों ने अपने स्तर पर जमीन खरीदकर गोचर विकसित किया, जबकि जिला कलेक्टर और बीडीए ने इस पूरे मामले में पाप का काम किया है।
शिक्षा संस्थानों के अधूरे प्रोजेक्ट गिनाए
पूर्व मंत्री ने कहा कि आयुर्वेद कॉलेज के निर्माण के लिए बजट स्वीकृत होने के बावजूद आज तक भवन नहीं बन पाया। मुरलीधर व्यास नगर में महिला कॉलेज के लिए बजट दिया गया था, लेकिन वहां भी कोई काम शुरू नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि डूंगर कॉलेज और एम. एस. कॉलेज को अब तक यूनिवर्सिटी से संबद्ध नहीं किया गया, जिससे छात्रों को शैक्षणिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मूंगफली खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप
इस दौरान पूर्व मंत्री गोविंद मेघवाल ने सरकार पर मूंगफली खरीद में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि खरीद प्रक्रिया में भ्रष्टाचार हो रहा है और सरकार किसी भी मोर्चे पर सफल साबित नहीं हुई है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में लाठी के दम पर सरकार चलाई जा रही है।
संगठन और मुख्यमंत्री पर भी टिप्पणी
संगठन में नियुक्तियों को लेकर पूछे गए सवाल पर डॉ. बी. डी. कल्ला और गोविंद मेघवाल ने कहा कि वे पार्टी के आंतरिक मामलों को सार्वजनिक रूप से नहीं उठाना चाहते।वहीं, गोविंद मेघवाल ने मुख्यमंत्री को अनुभवहीन बताते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के समय जिन योजनाओं के लिए बजट स्वीकृत हुआ था, आज भी उन्हीं योजनाओं पर काम चल रहा है।
