सूरत में पहली बार विश्व प्रसिद्ध अग्नि नृत्य
सिद्ध समाज द्वारा सूरत में पहली बार गुरु जसनाथ जी महाराज का विश्व प्रसिद्ध अग्नि नृत्य का आयोजन हुआ जिसमें मदन कूकणा ने बताया की संपूर्ण सिद्ध समाज द्वारा ये आयोजित कार्यक्रम में
परमहंस संत सोमनाथ जी महाराज द्वारा गुरु जसनाथ जी महाराज के जीवंत वृतांत सुनाए गये , गुरु महाराज के उपदेश जैसे , 36 पवित्र उपदेश ( नियमावली) अहिंसा , सत्य , अनुशासन, पर्यावरण संरक्षण, नशा मुक्त समाज , मानव कंल्याण , नारी सशक्तिकरण, कुटुंब व्यवस्था, शुद्ध आचरण , पाखंडवाद के खिलाफ , अंधविश्वास के खिलाफ, मोक्ष मार्ग के बारे में बताएं ,।
हंसोजी धाम लिखमादेसर के महंत श्री भंवरनाथ जी महाराज की सिद्ध मंडली द्वारा ॐकार शब्द गायन एवं अग्नि नृत्य का
का आयोजन किया गया
श्री गुरु जसनाथ जी महाराज के ये नियम जीवन में सरलता , एंव सुगमता का आधार है जो हर मानव जाती के लिए जीवन को सरलता से खुशहाली के रास्ते पर जीवन जीने की सीख देते हैं ,
इस आयोजन में सुरत शहर के सभी धर्मों के लोग इस भव्य आयोजन में शिरकत की , कार्यक्रम आयोजन के कार्यकर्ता मदन कूकणा बम्बलू,मुनीनाथ जी मंडा एंव काननाथ जी ज्याणी पूनरासर वालों ने बताया की इस आयोजन में लगभग 5000 के लगभग भक्त जन पधारे सुरत सिद्ध समाज द्वारा भोजन महाप्रसादी की व्यवस्था की गयी , सिद्ध समाज के सुरत , बड़ोदरा से अहमदाबाद के भामाशाहों के सहयोग से यह आयोजन सफल हुआ , एंव सिद्ध युवा महासभा के अध्यक्ष मुनानाथ जी साऊ, चाऊ धाम के महंत मोहननाथ जी कुकणा एंव सुरत शहर के जनप्रतिनिधि गण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारकों ने भी शिरकत की ।।

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