राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने कहा है कि विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति के आलोक में देशभर में ऐसा वातावरण निर्मित करें, जिससे विद्यार्थी रोजगार पाने के इच्छुक बनने की बजाय रोजगार देने वाले बन सकें। उन्होंने विश्वविद्यालयों द्वारा स्थानीय विरासत को सहेजने-संवारने के लिए अपने परिसर में क्षेत्रीय इतिहास, सभ्यता, संस्कृति को परिलक्षित करने वाले केन्द्रों की स्थापना करने का भी आह्वान किया। वे आज स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के 20 वां दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने युवाओं से आहवान किया वे विकसित भारत निर्माण में अहम भूमिका निभाएं। इस दौरान राज्यपाल ने कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत कृषि संकाय व सामुदायिक विज्ञान संकाय के स्नातक ( यूजी) 2022-23 एवं आईएबीएम, कृषि संकाय व सामुदायिक विज्ञान संकाय के स्नातकोत्तर (पीजी) व विद्या-वाचस्पति (पीएचडी) के 1 जुलाई 2022 से 31 दिसंबर 2023 तक पास हुए कुल 1569 विद्यार्थियों को उपाधी प्रदान की जाएंगी। उनमें से 1245 छात्र और 324 छात्राएं शामिल हैं। कुलपति ने बताया कि समारोह में 19 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और 03 विद्यार्थियों को कुलाधिपति स्वर्ण पदक से सम्मानित किया
राज्यपाल कलराज मिश्र कृषि विश्वविद्यालय परिसर में विद्या मंडप के पास 6.5 लाख की लागत से नवनिर्मित संविधान पार्क, कृषि महाविद्यालय में 1 करोड़ की लागत से नवनिर्मित भारत रत्न डॉ एम.एस.स्वामीनाथन छात्रावास व 35 लाख की लागत से निर्मित उच्च जलाशय का लोकार्पण किया। साथ ही कृषि ज्ञान रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा आईएबीएम द्वारा प्रकाशित पुस्तक कृषि व्यवसाय- प्रबंधकीय परिप्रेक्ष्य में व कृषि महाविद्यालय बीकानेर द्वारा प्रकाशित पुस्तक बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के सिद्धांतों पर पाठ्य पुस्तक का विमोचन भी किया। क ार्यक्रम में कुलपति अरूण कुमार, पूर्व कुलपति प्रो.बी.आर.छींपा, दीक्षांत अतिथि केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय इम्फाल के पूर्व कुलाधिपति व कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल नई दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष पद्मभूषण प्रो.राम बदन सिंह,कुलसचिव डॉ देवा राम सैनी भी मौजूद रहे।
