खड़ा करने के दौरान गिरा रावण का पुतला
बड़ा हादसा टला
कोटा दशहरा मेले में रावण दहन के लिए स्थापित करने की प्रक्रिया के दौरान 80 फीट के रावण के पुतले का एक बडा हिस्सा अचानक से गिर गया। हादसा क्रेन से बंधी बेल्ट और रस्सी के टूटने से हुआ। देर रात को 60-60 फीट के कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले खड़े किए जा चुके थे और रावण के पुतले को खड़े करने की प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान रावण के पुतले का एक हिस्सा टूटकर बांस बल्लियों के पेडे पर जाकर अटक गया। गनीमत रही इस दौरान वहां कोई नहीं था नहीं तो कोई जनहानि भी हो सकती थी। रावण के पुतले का एक बड़ा हिस्सा गिर जाने की सूचना पर नगर निगम अधिकारियों में हड़कंप मच गया। पुतला खड़ा करने की प्रक्रिया में लगभग 200 लोग जुटे हुए थे। जिनमें नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी व पुतला निर्माण में जुटे लोग शामिल है। सूचना पर नगर निगम उच्चाधिकारी भी रात को ही मौके पर पहुंच गए और क्षतिग्रस्त पुतले को ठीक करके वापस खड़ा करने की प्रक्रिया पुरी करवाने में जुट गए। 20 कारीगर पिछले 40 दिन से रावण के पुतले के निर्माण में जुटे हुए थे। रावण के पुतले को बेहद आकर्षक बनाया जाता है। साथ ही पुतले के अंदर बड़ी मात्रा में पटाखे रखे जाते हैं। इस बार पटाखों का ऑटोमेटिक कंट्रोल सिस्टम बनाया गया था ताकि रावण दहन के दौरान जब पुतला जले तो रावण के हाथ तलवार नाभी और मुंह से आकर्षक आतिशबाजी दिखाई दे। हम आपको बता दें कि इस साल कोटा में 131 वां दशहरा मेला आयोजित किया जा रहा है। कोटा का ऐतिहासिक दशहरा मेला सन 1894 से लगातार आयोजित किया जा रहा है।
