अनूपगढ़,गुरुवार को 365 हैड के एक युवक को पुलिस ने शांति भंग के आरोप में पकड़ा अगले दिन जमानत छोडा घर जाने के बाद मौत परिजनों ने लगाया पुलिस पर मारपीट का आरोप पुलिस थाने के सामने शव रख कर किया प्रदर्शन
रावला मंडी….
गुरुवार को रावला पुलिस ने 365हैंड के एक व्यक्ति की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर मारपीट के आरोप लगाते हुए सबको लेकर पुलिस थाना के आगे धरना लगा दिया मिली जानकारी के अनुसार जसवीर सिंह उर्फ जस्सू(48) पुत्र बलवंत सिंह निवासी 2Kkd 365 हेड को 10 अक्टूबर को देर रात्रि शांति भंग के आरोप में पकङकर थाने लाई तथा उसे बंद कर दिया अगले दिन युवक को तहसीलदार के पेश किया जहां उसे जमानत पर छोड़ दिया युवक की घर जाने के बाद मौत हो गई मृतक के परिजनों व समाज के लोगों ने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए रावला पुलिस थाना के सामने शव को रखकर धरना शुरू कर दिया।
धरना लगने के बाद पुलिस प्रशासन में हडकंप मच गया अनूपगढ़ पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत कौशिक, रावला थाना प्रभारी बलवंत राम, तहसीलदार सपना सोनी, घङसाना थाना प्रभारी कलावती चौधरी सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने समझाईश की कोशिश की लेकिन समाचार लिखे जाने तक सहमति नहीं बनी धरना नहीं उठाया गया था। देर शाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अनूपगढ़ अशोक कुमार सांगवा, घङसाना उपखंड अधिकारी सुरेश राव रावला थाना पहुंचे
अधिकारियों का कहना था कि सबका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा कर रिपोर्ट आने के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी वहीं आर्थिक सहायता के लिए उच्च अधिकारियों के मार्फत राज्य सरकार को लिखा जाएगा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार अगर कोई कर्मचारी दोषी पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी
इस तरह चल घटनाक्रम शनिवार सुबह से ही रायसिंख समाज सहित काफी संख्या में लोग अंबेडकर पार्क में एकत्रित होना शुरू हो गए थे सूचना मिलने के बाद पुलिस सक्रिय हुई उसके बाद सभी उपस्थित लोग रावला पुलिस थाना के सामने पहुंच गए इतने में मृतक के परिजन शव लेकर भी रावला पुलिस थाना के सामने पहुंच गए और धरना लगा दिया म पुलिस और प्रशासन के लोगों ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता शुरू की लेकिन वार्ता पर सहमति नहीं बनी जिस पर प्रदर्शनकारियों ने एकाएक रावला घङसाना रोड जाम कर दी जिस पर पुलिस और प्रशासन तथा मौजूद लोगों ने समझाईश की जिसके बाद जाम खुलवाया जिसके बाद दूसरे दौर की वार्ता शुरू हुई जिसमें प्रदर्शनकारियों ने सक्षम अधिकारी के पहुंचने से पहले वार्ता करने से इनकार कर दिया तथा पुलिस को एक मांग पत्र सौंप दिया जिसमें मृतक का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया जाए मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता ₹25 लाख की दी जाए दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने तथा मृतक के परिवार के एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *