देश के अन्य हिस्सों की तरह बीकानेर में भी दीपावली को लेकर संशय बरकरार है, इस बीच धनतेरस पर बाजार सजकर तैयार हो गए हैं। बीकानेर के अधिकांश बाजारों में ग्राहकों की भीड़ शाम को नजर आने लगी। दोपहर तक बाजार सुस्त थे लेकिन शाम होने के साथ ही बाजार में ग्राहकी दिखने लगी। शाम सात बजे बाद रोशनी से नहाए बाजार दीपावली की जगमग का अहसास कराते रहे। वहीं पंचशती सर्किल पर बड़ी कंपनियों के शो रूम रोशनी से ऐसे दमके जैसे किसी बड़े शहर में पहुंच गए हैं। मुख्य बाजार केईएम रोड हमेशा बीच सड़क पर लोग अपना सामान बेचने के लिए बैठ जाते हैं लेकिन इस बार प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। इन सभी लोगों को रतन बिहारी पार्क में पार्किंग वाली जगह दी गई है। यहां ये लोग अपना सामान बेच सकेंगे लेकिन हर बार की तरह बीच सड़क पर बैठकर बिक्री नहीं कर सकेंगे। इन अस्थायी दुकानों के लिए दो दिन पहले ही लोग अपनी निशानदेही कर लेते हैं। ऐसे में दुकान के लिए झगड़े भी होने लगे। इसी कारण प्रशासन ने रोड पर दुकानें लगाने से साफ मना कर दिया। इससे स्थानीय दुकानों में भीड़ नजर आने लगी है। अस्थायी दुकानों के कारण हमेशा से दुकान करने वाले ग्राहकों को समस्या होती है।
बर्तन खरीदने की परम्परा

धनतेरस पर आमतोर पर लोग बर्तनों की खरीद करते

हैं। बीकानेर के ठंठेरा बाजार में सबसे ज्यादा बर्तनों की

दुकानें है और इन्हीं दुकानों पर बर्तानों की बिक्री होती है।

सुबह से ही ठंठेरा बाजार में महिलाओं की ग्राहकी रही।

आमतौर पर लोग थाली, जग, गिलास, प्लेट आदि खरीद

रहे हैं। आगे आने वाले विवाह के लिए भी धनतेरस पर

बड़े थाल की खरीद भी अच्छी रही।

सोने-चांदी की दुकानों पर रौनक

सोना और चांदी दोनों की कीमत हर रोज आसमान को छू रही है लेकिन इसके बाद भी ग्राहकी पर ज्यादा असर नहीं है। तेलीवाड़ा और खजांची मार्केट के आसपास स्थित सोने-चांदी की दकानों पर ग्राहकी साफ नजर आ रही है। तेलीवाड़ा सर्राफा बाजार के व्यापारी व निम्फ पर्ल्स के संचालक अमित व्यास का कहना है कि आगे आने वाले विवाहों के लिए भी लोग अभी खरीदारी कर रहे हैं। भाव बढ़ रहे हैं लेकिन जरूरी सामान की खरीद के लिए ग्राहक दुकान तक पहुंच रहे हैं।

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