इन दिनों शहर में गणगौर उत्सव की धूम चल रही है। अधिकतर घरों में सुबह से ही गौर गौर गणपति की गूंज सुनने को मिली। इस दौरान महिलाओं ने सुबह गणगौर माता का पूजन किया। उसके बाद सभी महिलाओं ने ढोल नगाड़ों के साथ गली मोहल्ले में बिन्दौरी निकाली।गणगौर पूजने वाली महिलाओं ने टोलियां बनाकर निकली। महिलाओं के साथ ही दुल्हा-दुल्हन बनी बच्चियां भी नजर आईं। महिलाओं ने माता गणगौर के गीत गाए और अपने सुहाग की लम्बी उम्र की कामना की । गणगौर पूजा के लिए महिलाएं अपने सिर पर कलश रखकर गीत गाती हुई चली। गौरतलब है कि शीतला अष्टमी के दिन से ही पक्की गणगौर की पूजा शुरू हो गई थी। साथ ही गणगौर पूजन करने वाली महिलाएं प्रतिदिन शाम को गणगौर के गीत गाते हुए स्वांग रचाया। विवाह के आयोजन की तरह ही महिलाओं की ओर से गणगौर की बिंदोरी निकाली गई।