बीकानेर
आज दिनांक 5 जनवरी 2025 को रविवार के उपलक्ष में लोकनायक शहीद भगत सिंह संस्थान के तत्वावधान में बीकानेर की दोबारा नासूर बन चुकी सूरसागर की समस्या को कलाकारों ने( सूरसागर कब तक रोएगा अपने दुर्दशा पर) नामक आर्ट शो के तहत सुबह 1:00 बजे से 4:00 बजे तक सूरसागर के बीच में बैठकर आर्ट किया।
संस्थान के अध्यक्ष राजकुमार राजपुरोहित ने बताया कि कलाकारों द्वारा इस संवेदनशील विषय को इसलिए उठाया गया की सूरसागर की दुर्दशा में करोड रुपए खर्च होने के बाद भी आज स्थिति जस्ट की तरह है। कलाकारों ने अपनी कला द्वारा कैनवास पर इन विषयों को आज दिन भर सूरसागर में उकेरा आज चित्रकार मुकेश जोशी सांचीहर ने मूर्तिकला के तहत बिना सिर पैर का विकास विषय को दिखाकर यह संदेश दिया ।
इसी कड़ी में डॉक्टर मोना सरदार डूडी के साथ में एस,के नाथ, सुधीर सोनी ,पेंटर जख्मी पेंटर, धर्म पेंटर एस के हटीला,,पृथ्वी पेंटर आदि ने सीनियर कलाकार होने के नाते एक बड़ी कृति जिसको इंस्टॉलेशन आर्ट के तहत लिया गया, उसमें रोती हुई आंखों को सुरक्षा करके बीच में बनाया चित्रकार देव साध राम कुमार भादानी ,कमल किशोर जोशी अनिकेत कच्छावा, मनोज सोलंकी, मुदित शर्मा ,रवि उपाध्याय, महेश पुरोहित , विकास मीणा प्रशासनिक का शर्मा ,तनुजा मोयल ,निखिल कंदरा ,ब्रज कुमावत आदि चित्रकार ने कैनवास पर अपनी भावना उकेरी
रंगोली कला में निकिता सारण विनीता स्वामी अनीता स्वामी आदि कलाकारों ने रंगोली के द्वारा इस मर्म को धरातल पर गुलाल रंगों से उजागर किया। कार्यक्रम में कलाकारों ने रोष जताते हुए संगीत की भी प्रस्तुति दी ।
इस प्रोग्राम में नवोदय कलाकार नेहा छिपा, रिंकू भाटी ,संजय सिंह रावत ,विनोद तिराना, यशवर्धन व्यास आदि कलाकार धरातल पर पेंटिंग द्वारा अपनी भावनाएं व्यक्त करते नजर आए।
एली सिंह नामक एक ढाई साल की छोटी कलाकार ने अपनी भावना को केनवस पर उकेरा।मामल
आज मुख्य कलाकारों ने बताया कि सूरसागर आज ऊंट उत्सव के मौके पर भी अपनी दयनीय स्थिति पर रो रहा है, बड़े-बड़े आंसू नकल रहा।तैरती नावे, नकली पानी, इसी बात को इंगित करते हैं कि विकास अभी रुका हुआ है ,बजट कहीं और लग रहा,हे , बीकानेर की अन्य धरोहरों में पब्लिक पार्क के गेट टूटे पड़े ,हेरिटेज वॉक की हालत खस्ता ,तथा पर्यटन स्थल बेजान पड़े नजर आ रहे, जिनका कोई मालिक नहीं।
कार्यक्रम शाम को 4:00 बजे तक चला।

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