सार्वजनिक निर्माण विभाग श्रमिक संघ का प्रथम अधिवेशन आज सानिवि के सभागार में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि अधीक्षण अभियंता सुनील गहलोत ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का आगाज किया। इस मौके पर गहलोत ने कहा कि श्रमिक संगठन श्रमिकों के हितों के आवाज उठाने में अहम कड़ी का काम करते है। वे सरकार व श्रमिकों के बीच सेतू होते है। उनके द्वारा उठाई गई मांगों का निस्तारण सरकार करती है। विशिष्ट अतिथि अधीक्षण अभियंता ओ पी मंडार ने कहा कि श्रमिकों के हितों की रक्षा करना ही किसी भी श्रमिक संगठन का प्रथम दायित्व है। मुख्य वक्ता भामासं के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरीशंकर व्यास ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए कार्य करता है। भामसं देश का सबसे बड़ा मजदूर स ंगठन है। निर्माण श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा की मांग पर सरकार ने चुपी साध रखी है। जिससे श्रमिकों की मांगे लंबे समय से निस्तारित नहीं हो पा रही है। व्यास ने कहा कि श्रम विभाग से निर्माण श्रमिकों को मिलने वाली विभिन्न योजनाओं के आवेदनों को पारित करने में उदासीनता बरतने पर भी नाराजगी जताई। स्वागताध्यक्ष उमाशंकर आचार्य ने कहा कि श्रमिकों को एकजुट होकर अपने हक के लिये आगे आना होगा। इस दौरान श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा मिले सहित कई प्रस्ताव पारित किए गए। अधिवेशन के दौरान नई कार्यकारिणी का गठन भी किया गया। जिसमें नागेश स्वामी को अध्यक्ष व राजेन्द्र कुमार सेवग को महामंत्री बनाया गया है।