भगवान धन्वन्तरि की जयंती पूजा-अर्चना के साथ मनाई गई। धनतेरस का पर्व मनाने वाले लोगों ने आरोग्य सुख की प्राप्ति की कामना को लेकर विविध पूजन सामग्रियों के साथ भगवान धन्वन्तरि के चित्र का पूजन कर आरती की। आमजन के साथ आयुर्वेद से जुड़े चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ सदस्यों ने भगवान धन्वन्तरि का पूजन किया।मोहता रसायन शाला में भगवान धनवंतरी जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत वैद्यों द्वारा भगवान धनवंतरी की पूजा-अर्चना से हुई। इस अवसर पर वैद्य समुदाय के उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम में वैद्य रमेश चंद्र शर्मा, ओमप्रकाश गौड़ और घनश्याम रामावत का सम्मान किया गया। वक्ताओं ने कहा कि भगवान धनवंतरी आयुर्वेद के जनक हैं। “आयुर्वेद भारतीय चिकित्सा पद्धति की आत्मा है, और धनतेरस का दिन हमें स्वास्थ्य के महत्व की याद दिलाता है।”

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