बीकानेर। लोकसभा चुनाव में मिशन-25 हासिल नहीं करने के बाद राजस्थान भाजपा में कलह शुरू हो गई है। भाजपा के नेताओं की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। राजस्थान के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने लोकसभा चुनाव में राजस्थान में भाजपा की कम सीटे आने का ठीकरा पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के सिर फोड़ा है। वीओ . भाजपा नेता देवीसिंह भाटी ने कहा कि चुनाव से पहले ऐसा लग रहा था कि 25 की 25 सीटें राजस्थान में भाजपा के पक्ष में आएंगी और पार्टी हैट्रिक लगाएगी। लेकिन राजेंद्र राठौड़ ने ऐसी गोटियां खेलीं कि राजस्थान में भाजपा के कट्टर समर्थक जाट बीजेपी से दूर हो गए। टिकटों का जो वितरण हुआ उसमें भी स्थानीय लोगों की राय नहीं ली गई। जिसका खमियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि पार्टी के संगठन स्तर पर भी प्रमुखता से काम नहीं हुआ। वोटर लिस्ट में नाम जोडऩे-घटाने का जो काम, इतनी भीषण गर्मी में वोटरों को घरों से निकालने का जो काम होना था, वह सही तरीके से नहीं हुआ। अन्यथा भारतीय जनता पार्टी की सीटें और ज्यादा आतीं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा की भजनलाल सरकार अच्छा काम कर रही है, लेकिन बार-बार आदर्श आचार संहिता लगने से कई काम बाधित भी हो रहे हैं। जिससे भी सरकार अपने तरीके से कार्य नहीं कर पा रही है। देवीसिंह भाटी ने ब्यूरोक्रेट्स पर भी तंज कसते हुए कहा कि मैं अभी जयपुर गया था, तब वहां देखा की बहुत से जनप्रतिनिधि मुख्य सचिव के कार्यालय के बाहर लाइन लगाकर बैठे थे और अपनी फरियाद करने का इंतजार कर रहे थे। सुशासन के लिए यह स्थिति अच्छी नहीं कहीं जा सकती है। प्रजातंत्र में अफसरशाही हावी हो रही है, उनकी कोई जवाबदेही नहीं है, इसलिए इस पर विचार किया जाना चाहिए। बाइट – देवीसिंह भाटी, पूर्व मंत्री, भाजपा राजस्थान।
