निर्जला एकादशी पर दान और धर्म की बही सरिता
मंदिरों में दर्शनार्थियों का तांता, स्टालें लगाकर लुटाया पुण्य
बीकानेर। निर्जला एकादशी छोटी काशी बीकानेर में धर्म भाव और दान पुण्य के साथ मनाया गया। जिले भर में सुबह से ही धर्म आध्यात्म और दान पुण्य की सरिता प्रवाहित होती रही। श्रद्धालुओं ने सुबह ब्रह्म मुर्हूत में उठकर स्नान, ध्यान और बुजुर्गो का आशीर्वाद लेकर मन्दिरों में जाक र देव दर्शन किये। श्रद्धालु जनों ने स्थान-स्थान पर स्टालें लगाकर शीतल जल,पेयजल, ठण्डाई, शर्बत,शिंकजी,कुल्फी आदि वितरित किये। आस्थावान लोगों ने मंदिरों व बहन-बेटियों तथा जरूरतमंदों को मटकी,पंखी, शर्बत, शीतल पेय,चीनी,ओळा,चीनी से निर्मित सेवइयां सहित वस्तुओं का दान कर पुण्य लाभ कमाया। लक्ष्मीनाथ जी के मंदिर में श्रद्धालुजनों की पंक्तियां लगी रही। अनेक जनों ने गायों को घास चारा, गुड़ आदि डलवाये। पानी की कुण्डियों में जल भरवाया। श्रद्धालु जन नारियों ने निर्जल रहकर पूरे दिन उपवास किया और बाद में फलाहार एवं सहगार से व्रत खोला। बाजारों में और सार्वजनिक स्थानों पर टैण्ट आदि लगाकर लगाई गई स्टॉलों पर पूरे दिन लोगों का तांता लगा रहा और भीषण गर्मी तथा लू थपेड़ों के बीच दूध-दही की शिकंजी, नीबूं शिकंजी, दही लस्सी, छाछ, शर्बत, कोल्ड ड्रिंक्स,फल बांटे गए।गर्मी के तेवर तीखे रहे, इसको देखते हुए सेवादारों ने राहगीरों के लिए जगह-जगह पर शीतल जल की व्यवस्था की। । शहर के मुख्य मार्गों केईएम रोड़,दाउजी रोड़,जोशीवाड़ा,सट्टा बाजार,स्टेशन रोड़,रानीबाजार,गंगाशहर,मुख्य डाकघर, चौतीना कुआ, बड़ा बाजार, लक्ष्मीनाथ मंदिर, धोबी तलाई, पवनपुरी, व्यास कॉलोनी,जस्सूसर गेट,नत्थूसर गेट, मुक्ता प्रसाद नगर, बस स्टेण्ड, पुरानी गिन्नाणी आदि जगहों पर स्टॉले लगाई गई।
