बीकानेर। राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र द्वारा ‘विश्व ऊँट दिवस’ के उपलक्ष्य पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनमें मुख्य आकर्षण ऊँट दौड़, ऊँट सजावट प्रतियोगिता, और उष्ट्र गाड़ा प्रतियोगिताएं थी। इसके अलावा ऊँट पालकों और स्टेक होल्डर्स के लिए एक कार्यशाला, प्रौद्योगिकी और उष्ट्र फोटो प्रदर्शनी, और उष्ट्र स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया।केन्द्र निदेशक डॉ. आर.के. सावल ने बताया कि एनआरसीसी, उष्ट्र पालन व्यवसाय के महत्व और बदलते परिवेश में पर्यटनीय दृष्टिकोण से इस पशु को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इन प्रतियोगिताओं और गतिविधियों का आयोजन किया गया। डॉ. सावल ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में ऊँट को नए आयामों के रूप में स्थापित करना आवश्यक है ताकि उष्ट्र पर्यटन उद्योग से पशुपालकों की आमदनी बढ़ सके। कार्यक्रम को देखने के लिए कई देशी विदेशी पर्यटक उपस्थित रहे।

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