बीकानेर
गणेश चतुर्थी पर आहूत हो रहे दिव्य ,आलोकिक व विशेष अनुष्ठान के बैनर का भव्य विमोचन हुवा
श्री गणेश चतुर्थी 07 सितंबर 2024 को गणेश उत्सव के रूप में मनाई जाएगी पूजन , अभिषेक , गणेश कथा , भक्ति संगीत , सवा मण मोदक के भोग के साथ ज़िले/ शहर के 108 गणेश मंदिरों में सामूहिक पूजन के साथ दिव्य , आलोकिक व विशेष अनुष्ठान का आयोजन होगे
भारतीय संस्कृति एवम् सनातन सार्वभोम महासभा , श्री विप्र महासभा , ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन की ओर से आहूत 42 वा पूजन अनुष्ठान व 12 वा चातुर्मास पूजन अनुष्ठान में समर्पित पंडित श्री योगेन्द्र कुमार दाधीच ( राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय संस्कृति एवं सनातन सार्वभोम महासभा, राष्ट्रीय संयोजक श्री विप्र महासभा , राष्ट्रीय महामंत्री ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन अध्यक्ष श्री दिव्य शिव शक्ति पीठ ) की अगुवाई में हो रहे पूजन अनुष्ठान के बैनर का भव्य विमोचन धनीनाथ गिरी मठ पंच मंदिर कोटगेट बीकानेर के प्रांगण में हरिद्वार से पधारे स्वामी श्री राघवानंद सरस्वती जी महाराज दिल्ली के स्वामी श्री महेंद्रानन्द जी महाराज के कर कमलों से पूजन अनुष्ठान के साधक पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच की मंगल उपस्थिति में हुवा इस अवसर पर ट्रस्टी मोडाराम सोलंकी वेदशास्त्री प्रकाश शर्मा पुजारी भवानी शर्मा पीयूष सोनी पंडित यज्ञप्रसाद मनिराम तावनीया सातलेरा आदि उपस्थित रहे स्वामी जी कहा कि यह सनातन समाज हेतु गर्व का विषय है कि गणेश चतुर्थी का पर्व गणेश उत्सव के रूप में एक साथ 108 मंदिरों में मनाया जाएगा यह अनुष्ठान देश व दुनिया में दिव्य आलोकिक एवम् विशेष अनुष्ठान होगा । पंडित दाधीच ने बताया कि गणेश चतुर्थी पर मुख्य अनुष्ठान 07सितंबर 2024 को श्री लक्ष्मीनाथ जी मंदिर परिसर स्थित गढ़ गणेश मंदिर में पूजन ,अभिषेक ,भक्ति संगीत गणेश कथा का वाचन , सवा मण मोदक (लड्डू) के भोग महाआरती के साथ होगा विविध आयोजन प्रातः 10.15 से मध्याह्न 12.15 बजे तक होंगे मोदक का भोग श्री गणेश जी को अर्पित करके प्रसाद सभी भक्तों को वितरित किया जाएगा !
जिले / शहर के 108 भगवान श्री गणेश जी के मंदिरों में पूजन , आरती एवम् भोग के आयोजन सनातन भक्तों के द्वारा अपने-अपने निवास स्थान के नजदीक स्थित मंदिरों में 07 सितंबर को प्रातः 7.00 से मध्याह्न 12.15 तक एक साथ किए जाएंगे तथा मोदक का भोग अर्पित किया जाएगा तथा प्रसाद उपस्थित भक्तों वितरित किया जाएगा !
भगवान श्री गणेश जी की अभिमंत्रित तस्वीरें निःशुल्क वितरित होगी जो अपने घरों के पूजा स्थल हेतु दिव्य एवम् दुर्लभ तस्वीर होगी
यह अनुष्ठान दिव्य आलोकिक विशेष व सिद्धिदायक क्यों-
यह समस्त पूजन अनुष्ठान पंडित श्री यौगेन्द्र कुमार दाधीच के 12 वे चातुर्मास एवं 42 वे पूजन अनुष्ठान के अंर्तगत होने के कारण दिव्य आलोकिक व विशेष सिद्धिदायक है

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