बीकानेर।मेळो आयो बाबे रो सुण टाबरों री मां, मैं गाड़ो लेर आऊं तू बणायले चूरमा…भजन पंक्तियां जयपुर रोड पर साकार हो रही थी। हाथों में ध्वजा, हनुमानजी का गुणगान, डीजे की धुनों पर नाचते-झूमते श्रद्धालु रवाना हुए। वही सुजाना मित्र मंडल लगातार 11सालो से 21फीट लंबी व 51 फीट चौड़ी ध्वजा लेकर पूनरासर धाम पैदल हुए रवाना वही पूनरासर धाम में दर्शन के लिए बड़ी सख्या में शहर से पदयात्रियों के जत्थों की रवानगी से ही शुरू हो गई। यह सिलसिला रविवार को जारी रहेगा। पैदल जाने वाले जातरुओं की रास्ते में मान-मनुहार, खातिरदारी करने वालों में भी होड सी मची है। पूनरासर में 10 सितंबर को मुख्य मेला भरेगा। इसमें बीकानेर सहित आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भागीदारी निभाएंगे।पग-पग पर सेवापैदल जाने वाले यात्रियों के लिए बीकानेर से पूनरासर तक पग-पग पर सेवादार मुस्तैद है। कहीं भोजन की व्यवस्था, तो कोई चाय-नाश्ते की सेवा श्रद्धालु कर रहे हैं।पद यात्रियों पर थकावट हावी नहीं हो इसके लिए तेल मालिस, चिकित्सा की सेवाओं की सुविधा रास्ते में मिल रही है। एक तरफ पद यात्री ऊंट गाडे के साथ आगे बढ़ रहे हैं, दूसरी तरफ मेले की चहल-पहल देखने वालों की भीड़ है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु ऊंट गाडे पर भी पूनरासर जा रहे हैं।
