बीकानेर। धुलंडी के दिन से चल रहा गणगौर पूजन उत्सव सम्पन्न हो गया। पूजन उत्सव के आखिरी चरण में गणगौर प्रतिमाओं के खोळा भरने,पानी पिलाने और भोग अर्पित करने की रस्म हुई। कुंआरी कन्याओं ने गाजे बाजे के साथ मां गवरजा को विदाई दी। जस्सूसर गेट के अंदर व नया कुंआ क्षेत्र में मेले भरे। जहां पूजन करने वाली कन्याओं ने पालसिए भोलावन की रस्म अदा की। वहीं घरों में महिलाओं ने गवर प्रतिमाओं को धोती ओढाई और सुहाग सामग्री अर्पित कर घर-परिवार की खुशहाली, सुख-समृद्धि और मंगल कामनाएं की।गणगौर को विदाई देने के दौरान महिलाओं ने गणगौर प्रतिमाओं के श्रीचरणों में श्रीफल और नकद राशि भेंट कर सभी के लिए मंगल कामनाएं की। गणगौर प्रतिमाओं के समक्ष महिलाओं ने गणगौर के पारम्परिक गीतों का गायन किया और प्रतिमाओं के समक्ष नृत्य प्रस्तुत किए। कई स्थानों पर विविध व्यंजन गणगौर के समक्ष अर्पित किए गए। मंगलवार को भी गणगौर मेला भरेगा। जहां गणगौर को विदा किया जाएगा।