बीकानेर। गोवंशीय पशुओं के संरक्षण को लेकर शासन-प्रशासन के तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं। बीकानेर में बना कांजी हाउस अब बेसहारा पशुओं की कब्रगाह बनता जा रहा है। यहां न तो चारा-भूसे की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही देखरेख का कोई उचित प्रबंध। हालात इतने बदतर हैं कि कई पशु मरणासन्न स्थिति में हैं, जबकि कई की मौत हो चुकी है। मौके पर जांच के दौरान कांजी हाउस में 15 पशु मृत मिले और दर्जनों बेहद खराब स्थिति में थे। एक मृत पशु को कुत्तों द्वारा नोचने के निशान साफ देखे जा सकते हैं। कांजी हाउस की क्षमता 2300 पशुओं की है, लेकिन देखभाल के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि कांजी हाउस के कई हिस्सों में बाहर से ताले लगे थे और अंदर पशुओं की मौत हो रही थी।

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