खेतों में बन रहे जल संग्रहण स्ट्रक्चर,ग्रामीणों को मिल रहा लाभ
लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का जताया आभार
फॉर्म पौंड से जल संग्रहण की बढ़ी क्षमता, श्री रामूराम को मिली राहत*
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत बज्जू के श्री रामूराम के खेत में 2.5 लाख लीटर वर्षा जल संग्रहण का फार्म पौंड बनाया गया है। पंचायत समिति बज्जू के अधिशासी अभियंता (जलग्रहण) श्री दिनेश कुमार पांडे ने बताया कि परियोजना के तहत अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लाभार्थियों को लागत का 5 प्रतिशत एवं सामान्य जाति से 10 प्रतिशत अंशदान, जलग्रहण विकास कोष हिस्सा राशि जमा करवाकर कार्य प्रारंभ करवाए जाते हैं। इसके तहत लाभार्थी श्री रामूराम द्वारा 30 हजार जमा करवाने के बाद वित्तीय वर्ष 2024-25 में 3 लाख रुपए का पौंड का निर्माण रामूराम के खेत में करवाया गया है। उत्पादकता बढ़ाने एवं एक से अधिक फसल का लाभ लेने के मामले में यह पहल लाभदायक साबित होगी। रामूराम ने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का आभार जताया और कहा कि अब वह पर्याप्त बरसाती जल संग्रहण कर सकेगा।
मेलार्थियों के लिए लाभदायक साबित होगा सार्वजनिक जल कुंड
श्री पांडे ने बताया कि एमजेएसए 2.0 में प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन मद के तहत बज्जू तेजपुरा ग्राम पंचायत के पास सार्वजनिक जलकुंड निर्माण का निर्माण करवाया गया है। यह जलकुंड 50 हजार लीटर वर्षा जल का संग्रहण कर सकता है। इसका निर्माण बज्जू तेजपुरा ग्राम पंचायत एवं वीर तेजाजी मंदिर के पास करवाया गया है। यहां नियमित रूप से सार्वजनिक कार्यक्रम होते हैं। वहीं बज्जू खालसा–कोलायत मुख्य मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों के लिए भी यह लाभदायक है। इसके निर्माण पर ढाई लाख रुपए व्यय किए गए हैं।
प्रवेश बिंदु गतिविधि के कार्य तहत यहीं 500 लीटर क्षमता की शीतल जल प्याऊ बनवाई गई है। जहां 24 घंटे शीतल पेयजल उपलब्ध रहता है। इस प्याऊ का निर्माण डब्ल्यूडीसी-1.0 परियोजना के तहत प्रवेश बिंदु मद से करवाया गया है। इसकी लागत रुपये 1.04 लाख रुपए है।
ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे ऐतिहासिक कार्य
श्री पांडे ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत बज्जू खालसा पंचायत समिति में प्रवेश बिंदु कार्यक्रम मद में प्याऊ निर्माण, पार्क एवं ओपन जिम की स्थापना, बाल वाटिका निर्माण, स्कूलों में टांका एवं प्रार्थना स्थल मय ओपन जिम आदि के 10 कार्य करवाए गए हैं। प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन मद में वित्तीय वर्ष 2024-25 तक 104 फार्म पौंड एवं 121 जलकुण्ड बनवाए गए हैं। जिनका प्रत्यक्ष लाभ ग्रामीणों को मिले रहा है। उत्पादन मद गतिविधियों में चारागाह विकास एवं वानिकी पौधारोपण कार्य 5 हेक्टेयर में, फसल प्रदर्शन अंतर्गत उन्नत किस्मों के बीज यथा मूंग, मोठ, चना, सरसों, गेहूं इत्यादि 318 लाभार्थियों को वितरित किये गए हैं। इसके अलावा 54 कैटल शेड बनवाए गए हैं। आजीविका गतिविधियां मद के तहत कौशल विकास प्रशिक्षण, स्वयं सहायता समूह को आत्मनिर्भर करने के लिए राजीविक को 75 लाख रुपये परियोजना मद से दिए गए हैं।
इस दौरान उपनिदेशक (जनसंपर्क) डॉ. हरि शंकर आचार्य, जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुरेश बिश्नोई और जिला परिषद के आईईसी कॉर्डिनेटर श्री गोपाल जोशी साथ रहे।