विकसित भारत कृषि संकल्प अभियान के तहत शेरेरा, बम्बलू व नगासर में कृषि जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
वैज्ञानिकों व अधिकारियों ने दी उन्नत तकनीकों, योजनाओं पर जानकारी
बीकानेर, 6 जून।
विकसित भारत कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत जिले के शेरेरा, बम्बलू एवं नगासर ग्राम पंचायतों में कृषक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में किसानों को उन्नत कृषि तकनीक, फसल सुरक्षा, सब्जी उत्पादन, बागवानी, पशुपालन और कृषि विपणन से संबंधित जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम में केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान (CIAH) से प्रधान वैज्ञानिक डॉ. धुरेन्द्र सिंह ने बागवानी एवं सब्जी उत्पादन को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बदलते मौसम और जलवायु के दौर में ये खेती की टिकाऊ विधाएं हैं, जिनसे किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सकती है।
कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) के कीट वैज्ञानिक डॉ. केशव मेहरा ने किसानों को सफेद गोजा लट (White Grub) और अन्य प्रमुख कीटों की पहचान एवं उनके प्रबंधन के जैविक व रासायनिक उपायों की जानकारी दी।
डॉ. राजाराम चौधरी ने मूंगफली सहित खरीफ फसलों की वैज्ञानिक खेती हेतु ‘पैकेज ऑफ प्रैक्टिसेज़’ पर प्रकाश डालते हुए किसानों को वैज्ञानिक तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कृषि अधिकारी श्री रमेश भांभू ने विभागीय योजनाओं, अनुदानों तथा राज किसान साथी ऐप की कार्यप्रणाली की जानकारी दी, जिससे किसान घर बैठे सरकारी लाभ के लिए आवेदन कर सकते हैं।
कार्यक्रम प्रभारी श्री लक्ष्मण सिंह शेखावत ने बागवानी योजनाओं, ड्रिप सिंचाई प्रणाली और खजूर बागीचा स्थापना योजना से जुड़ी प्रक्रिया एवं लाभों की जानकारी देते हुए अधिक से अधिक किसानों से इन योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।
कार्यक्रम में कृषि विपणन विभाग और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने भी भाग लिया और किसानों को अनाज विपणन, पशुधन प्रबंधन एवं पशु स्वास्थ्य से संबंधित उपयोगी जानकारियाँ दीं।
इन कार्यक्रमों में संबंधित कृषि पर्यवेक्षक श्रीमती रीतिका शर्मा, श्री महावीर गोदारा व श्रीमती पूनम कुमारी ने भी सक्रिय सहभागिता निभाई। तीनों गांवों में आयोजित इन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे, जिन्होंने वैज्ञानिकों व अधिकारियों से सीधे संवाद कर खेती, उद्यानिकी और पशुपालन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं।