सिरोही माउंट आबू
पर्यटक कि हत्या के बाद बदमाशों के विरूद्ध माउण्ट आबू पुलिस का एक्शन
सार्वजनिक स्थानों पर बैठकर शराब पीने व उत्पात मचाने के आरोप में एक दर्जन लोगों को किया गिरफ्तार
साथ ही वैध दस्तावेजो के अभाव में भी कई युवको को लिया हिरासत में
कुछ दिन पूर्व पर्यटक कि हत्या के बाद पुलिस आई हरकत में
सिरोही
पर्वतीय पर्यटक स्थल माउन्ट आबू में सार्वजनिक क्षेत्र में शराब पीने और उत्पात मचाने के आरोप में पुलिस ने 14 कों लोगो कों गिरफ्तार किया है।दरअसल यह सख्ती तब देखने कों मिली ज़ब कुछ दिन पूर्व एक पर्यटक कि आबूरोड़ से माउन्ट -आबू रास्ते पऱ दिन दहाड़े पर्यटक की हत्या कर दी जाती है।…लम्बे समय बाद माउन्ट आबू पुलिस का बदमाशों के विरुद्ध एक्शन देखने कों मिला है। अब पर्वतीय पर्यटन स्थल पर असामाजिक तत्वों व खुले स्थान पर नशा करने वाले लोगों पऱ पुलिस नकेल कस रहीं है।…सबसे बड़ा सवाल यह कि पुलिस की यह कार्रवाई नियमित होंगी या महज साख बचाने के लिये खानापूर्ति बनकर रह जाएगी यह तो निकट भविष्य में हीं पता चल पायेगा…।
आबूरोड़ से माउन्ट आबू के लिए एक हीं मुख्य सड़क मार्ग है। जिसपर होकर माउन्ट-आबू पर्यटक जाते है। आबूरोड़ से माउन्ट कि दूरी करीब 23 किलोमीटर है।
इस 23 किलोमीटर भीतर तीन थाने और दो पुलिस चौकी स्थित है।
हालांकि अस्थाई ट्रैफ़िक पॉइंट के अलावा यह सबकुछ होने के बाद भी माउन्ट -आबूरोड़ सड़क मार्ग पऱ गत दिनों दिन के उजाले में सरेआम पर्यटक कि चाकू घोप कर हत्या कर दी जाती है जों कई सवाल खड़े करता है।
हैरत की बात यह तलहटी ट्रैफ़िक चौकी पऱ तय पोस्ट के विपरीत सात कार्मिकों की लिखित व मौखिक आदेश पऱ तैनाती कर रखी है। और उतनी हीं करीब छिबाबेरी चौकी पऱ भी। फिर भी यह आलम है। सवाल यह उठता है कि गुजरात नंबर की हर गाड़ी कों पुलिस द्वारा रोकर चेक किया जाता है। फिर दुपहिया वाहनों की सघन चेकिंग से पुलिस कों परहेज क्यों है.? जों कई सवाल भी खड़े कर रहा है। क्या वास्तव में चेकिंग होकर कोई कार्रवाई हों रहीं या कोई खेला चल रहा है। इसपर सिरोही पुलिस अधीक्षक कों विशेष निगाहें बनाकर रखनी होंगी।
