बीडीए जीवनी योजना में हाल ही में हुए संबंधित के में।
माननीय
उपरोक्त विषय के संदर्भ में बीडीए ही थोजना 2025 में प्लॉट आवंटित हुए है। इस संबंध में हमारी कुछ प्रमुख समस्याएं एवं निवेदन आपके संजान हेतु निम्न प्रकार से प्रस्तुत है।
1. जोड़बीड योजना में बीडीए के ऑफिस के पास से होते हुए सी। ब्लॉक को जाने हेतु सीधा रास्ता बनाया जाए। 2. जोडबीड योजना वर्ष 2005 में यूआईटी बीकानेर दद्वारा प्रारंभ की गई थी और अब तक 5-7 बार इसमें आवंटन किया जा चुका है।
वर्ष 2005 से अब तक इस योजना में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। न तो सड़क, न पानी, न बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जिसके कारण कोई भी आवटी निर्माण कार्य शुरू नहीं कर सका।
3. यह बीडीए की पहली योजना है, किंतु प्रति वर्ग फुट दर यूआईटी की पिछली योजनाओं (2017 एवं 2022) की तुलना में दुगुनी से भी अधिक रखी गई है, जबकि विकास कार्य शून्य है।
4. इस योजना को अब तक आरईआरए (हेरा) में पंजीकृत नहीं किया गया है। वर्ष 2005 से विकास कार्य न होने के कारण यह आवश्यक है कि इस परियोजना को आरईआरए में पंजीकृत किया जाए, ताकि आवंटियों में विश्वास एवं जवाबदेही बनी रहे। अन्यथा बीडीए की प्रतिबद्धता पर भरोसा करना कठिन है।
5. कई आवंटियों को अब तक आवंटन पत्र प्राप्त नहीं हुआ है तथा कई के नाम और पले में त्रुटियां हैं। अतः जब तक यह समस्याएं दूर नहीं हो जाती, धन जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ाई जानी चाहिए।
6. पट्टा राशि (लीज मनी) इस वित्तीय वर्ष के लिए अर्धवार्षिक (हाफ ईयरली) आधार पर ली जानी चाहिए, क्योंकि वितीय वर्ष अप्रैल से प्रारंभ हो8. बीडीए से निवेदन है कि जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ाई जाए तथा मोजमा का नाम प्रस्ताव आरईआरए पंजीकरण के साथ जारी किया जाए, जिसमें भुगतान की सुविधा किती (विकास कार्य से जुड़ी हुई) दी जाए।
9. यदि किस्त आधारित भुगतान योजना और ठोग विकास आश्वासन नहीं दिया गया है वह योजना नकारात्मक प्रतिक्रिया की और ही जाएगी और अधिकांश आवंटी प्लॉट वापस कर देंगे।
10 बीटीए द्वारा इस योजना में यह शर्त भी रखी गई है कि यदि कोई आवंटी पहले 5 या 10 वर्षों में प्लॉट बेचना चाहता है. तो उस पर क्रमशः 10% एवं 5% पेनल्टी लगाई जाएगी। इस शर्त को हटाया जाना आवश्यक है क्योंकि
इससे कॉलोनी के विकास की संभावनाएँ प्रभावित होती हैं।
– यह योजना केवल निवेश स्कीम न रहकर आवासीय विकास योजना बने, यही अपेक्षा है।
11. अतः मैं आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं:
-जोडबीड योजना को आरईआरए में पंजीकृत किया जाए।
– झाड़ियों की सफाई, सड़क निर्माण एवं भूखण्डों का सीमांकन/पत्थरगडी तत्काल किया जाए।
– धन जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ाई जाए।
– भुगतान योजना को विकास कार्यों से जोड़कर किस्तों में लागू किया जाए।
प्लॉट बिक्री पर लगाई गई पेनल्टी संबंधी शर्त को समाप्त किया जाए।
12. यदि उपरोक्त बिंदुओं पर बीडीए द्वारा विचार नहीं किया गया तो आवंटियों को धन जमा न करने पर विवश होना पड़ेगा और माननीय न्यायालय की शरण लेनी पड़ेगी।
हम इस योजना के शुभचिंतक है और आशा करते है कि बीडीए इस योजना के विकास के लिए शीघ्र ठोस कदम उठाएगा।ता है। और इस वर्ष के 6 महीने बीत चुके हैं।
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