बीती रात वार्ड नंबर 42 में तीन घंटे तक बिजली कटौती से गुस्साए लोगों ने गजनेर रोड़ जाम कर दी। बाद में पुलिस ने जाम हटवाया और लाइट चालू करवाई

बीकानेर को इन दिनों हर रात नींद उड़ाने वाले “बिजली के झटके” लग रहे हैं। ये झटके कुछ हटके हैं। दरअसल, बीकानेर शहर में हर रात बिजली कटौती हो रही है। इस वजह से आमजन बेहद परेशान हैं। एक तरफ भीषण गर्मी व उमस ने शहर वासियों को बेचैन कर रखा है। दूसरी तरफ हर रात 11 बजे से सुबह 6-7 बजे के बीच घंटों तक लाइट चली जाती है। इससे लोगों की नींद खराब हो रही है।
बीकानेर स्थल
चौंकाने वाली बात यह है कि बिजली कंपनी बीकेईएसएल के पास समाधान की जगह केवल बहाने है। फॉल्ट का बहाना बनाया जाता है यानी हर रात कई स्थानों पर फॉल्ट आ जाता है। और तो और फॉल्ट किसी एक पॉइंट पर होता है जबकि लाइट पूरे क्षेत्र की ही काट दी जाती है।
बीती रात वार्ड नंबर 42 में तीन घंटे तक बिजली कटौती रही। गर्मी, उमस और मच्छरों के बीच लोगों का जीना दुभर हो गया। गुस्साए लोगों ने गजनेर रोड़ जाम कर दी। बाद में पुलिस ने जाम हटवाया और लाइट चालू करवाई।

इसके अतिरिक्त भी कई क्षेत्रों में आधी रात के बाद लाइट गई। पिछले कई दिनों से यही हाल है। परकोटे का शहर, गंगाशहर, रानी बाजार सहित पूरा बीकानेर शहर बिजली कंपनी के फेलियर से प्रताड़ित है।

अच्छा खासा पैसा वसूलने वाली बिजली कंपनी शहर के बिजली उपकरणों को मेंटेन नहीं कर पा रही है। जबकि रख रखाव यानी मेंटनेंस के नाम पर प्रतिदिन कई घंटों तक बिजली काटी जाती है। लोगों का कहना है कि बिजली कंपनी बीकेईएसएल सुचारू सेवा देने में पूरी तरह से फेल हो चुकी है। आमजन परेशान है मगर कोई सुनवाई नहीं है। जिसका भी दरवाजा खटखटाओ, मिलती तो निराशा ही है।

सवाल यह भी है कि आख़िर बिजली कंपनी इस फेलियर पर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया जा रहा। जबकि किसी गरीब का बिजली बिल एक दिन देरी से भरा जाए तो कंपनी पूरा जुर्माना वसूलती है। कनेक्शन काटने में भी देर नहीं लगाती। कभी मीटर बदलकर तो कभी रख रखाव के नाम पर नियमित कटौती करके जनता को प्रताड़ित किया जाता है। बिजली हर नागरिक का मूलभूत अधिकार है इसके बावजूद बिजली कनेक्शन काट दिए जाते हैं। पिछले दिनों एक महिला का मामला भी सामने आया था, जिसके घर का बिजली कनेक्शन 6-7 माह से कटा हुआ था। हालांकि बिजली चोरी के मामले में की गई कार्रवाई ग़लत नहीं है।
जब बिजली कंपनी को उपभोक्ताओं से जुर्माने वसूलने, कनेक्शन काटने का अधिकार है तो बिजली कंपनी की सजा कौन तय करेगा। 24 घंटे बिजली आपूर्ति देने में असक्षम बिजली कंपनी बीकेईएसएल वास्तव में फेल हो चुकी है। अब देखना यह कि शासन-प्रशासन बिजली कंपनी के खिलाफ क्या एक्शन लेता है, कितना जुर्माना लगाया है

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