बीकानेर
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि स्वदेशी केवल एक नारा नहीं,बल्कि आत्मनिर्भर और विकसित भारत की नींव है। यह प्राचीन काल से सनातन संस्कृति की हमारी जीवन पद्धति है। पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने जिलेवासियों का आह्वान किया कि इस त्योहारी सीजन में स्वदेशी को प्राथमिकता देने का संकल्प लें। सभी लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मेक इन इंडिया,मेक फार द वर्ल्ड के मूलमंत्र को अपनाएं और इसे आत्मसात करें।भारत का जो संकल्प लिया है, उसे पूरा करने में यह अभियान और मजबूती देगा। स्वदेशी का संकल्प किसानों, कारीगरों, छोटे व्यापारियों व उद्यमियों के प्रति सम्मान का विषय भी है।
स्वदेशी का संकल्प केवल आर्थिक मजबूती का साधन नहीं, बल्कि मातृभूमि के प्रति हमारा प्रेम और समर्पण है। जब हम स्वदेशी अपनाते हैं तो न केवल देश की माटी से जुड़ते हैं, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करते हैं। मेघवाल ने कहा कि स्वदेशी आंदोलन ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी नई ऊर्जा का संचार किया था। उन्होंने कहा कि आज स्वदेशी का स्वरूप केवल खादी और दीयों तक सीमित नहीं है। यह ब्रह्मोस मिसाइल, तेजस विमान, सेमीकंडक्टर, डिजिटल इंडिया, यूपीआइ जैसी तकनीक तक फैल चुका है।
