नगर निगम चुनाव नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस और भाजपा दोनों सक्रिय हो गए हैं। महापौर और भाजपा जहां अपने विकास के कार्य गिनाने में जुट गए हैं, वहीं कांग्रेस पार्षदों ने कामकाज में भेदभाव का आरोप लगाते अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। धरने के दूसरे दिन भी कांग्रेसी पार्षदों ने निगम आयुक्त व महापौर पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस नेता और पार्षद प्रतिनिधि सुभाष स्वामी ने बताया कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक धरना जारी रहेगा। पार्षदों ने आरोप लगाया है कि सभी वार्डों में लिए समान रूप से काम नहीं हो रहा है। विकास कार्य की निविदाएं नहीं लगाई जा रही। सभी वार्डों में न्यूनतम 15 सफाई कर्मचारी लगाने,ऑफिस में कर्मचारी लगे हुए हैं, उनको तुरंत प्रभाव से हटा कर वार्ड में लगाने की मांग रखी गई है। शहर के मुख्य मार्ग पर सफाई व्यवस्था सुचारू करने,ट्रैक्टर और ऑटो टिपर को समय पर आने के लिए पाबंद करने,टिपर में जीपीएस सिस्टम से चेक करने के बाद में भुगातन करने की मांग भी की गई है। इसके अलावा सीवर लाइन के ठेके को बार-बार बढ़ाने के कर्म का पता लगाकर जांच करने और सभी बकाया शिकायतों को दूर कर पेनल्टी लगाने की मांग की है। धरने पर चेतना चौधरी, आनंद सिंह सोढ़ा, रमजान अली कच्छावा, शहजाद भुट्टा, अब्दुल वहीद, सुनील गिरधर, शांतिलाल मोदी, वसीम फिरोज अब्बासी, सत्तार खान, मनोज जनागल, बाबा खान, पारस मारू, जुलेखा, मुजाहिद हुसैन कुरैशी, शिव शंकर बिस्सा, मुजीबुर रहमान, प्रफुल्ल हटीला, नुसरत आरा, दुर्गा दास छंगाणी, सुरेंद्र सिंह, सुशील सुथार, अकबर और सुभाष स्वामी मौजूद रहे।