बीकनेर में भी आज छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ वर्तियों सूप, दउरा में प्रसाद रखकर कमर तक पानी में रहकर भगवान सूर्य को सांध्य अर्घ्य दिया। नहाए-खाए और खरना के बाद इस महापर्व में संध्याकाल में डूबते सूरज को अर्घ्य दिया। इस दिन पहले भगवान सूर्य और छठी मैय्या की विधिवत पूजा की गई। ऐसा माना जाता है कि इस दिन सूर्य देव की उपासना से संतान प्राप्ति, संतान की रक्षा और सुख समृद्धि का वरदान मिलता है।
