बीकानेर
सीमा सुरक्षा बल की पश्चिम कमान (चंडीगढ़ ) के विशेष महानिदेशक सतीश एस. खंडारे का कहना है कि सीमा पर बॉर्डर के सहारे सड़क और सीमा चौकियों पर पेयजल की समस्या है। इसे शीघ्र ही दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार ने सीमा चौकियों तक पहुंचने और फेंसिंग के सहारे सहारे सड़क बनाने की योजना बनाई है, इसके बाद में सीमा चौकिया तक पहुंचाना और बॉर्डर पर गश्त करना आसान हो जाएगा।
बीकानेर दौरे पर आए बीएसएफ महानिदेशक खंडारे ने पत्रकारों से कहा कि पड़ोसी मुल्क अशांति फैलाने के लिए हमारे देश में हथियार और ड्रग्स की तस्करी कर रहा है ।इसके लिए वह सीमा पार से सामग्रियां गिरा रहा है। सीमा पर इन दिनों जो सबसे बड़ी चुनौती है वह ड्रोन से हथियार और मादक पदार्थों की तस्करी है। ड्रोन की इन हरकतों को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल ने काफी तैयारी की है, अब हम ऐसे उपकरण लगा रहे हैं , जिससे ड्रोन को जाम किया जा सके या उसकी एक्टिविटी के दौरान उसे मार गिराया जा सके। उन्होंने कहा कि “ड्रोन से ड्राप” करने की जो समस्या पूरे बॉर्डर इलाके में है, इसके निदान के लिए हमें ड्रोन की गतिविधियों को रोकने के साथ-साथ अंदरूनी क्षेत्र के गांव पर भी नजर रखनी होगी, जहां इस सामग्री को लाने-लेजाने वाले लोग सक्रिय रहते हैं, हालांकि इसके लिए सीमा सुरक्षा बल ने एक योजना बनाई है। जिसके तहत गांव पर नजर रखी जाएगी और उसे योजना में हमें पुलिस की सख्त जरूरत होगी। सीमावर्ती थाना में तैनात पुलिस कर्मियों की अति आवश्यकता होगी। हमें बड़ी खुशी है कि इस काम में पुलिस भी हमारा बढ़ चढ़कर सहयोग कर रही है। साथ ही सीमा पर प्रहरियों के लिए सुविधाएं जुटाई जा रही है। जिससे उन्हें काम करने में आसानी हो। रात्रि गश्त के दौरान प्रहरियों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या उन्हें नहीं आने दी जा रही। खंडारे ने बॉर्डर पर सीमाओं की सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया।
इस दौरान बीएसएफ आईजी एमएल गर्ग, डीआईजी विदुर भारद्वाज और बीकानेर डीआईजी अजय लूथरा साथ रहे।
बाइट — सतीश एस. खंडारे,विशेष महानिदेशक ,पश्चिम कमान, बीएसएफ

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