बीकानेर। केड़ली के राप्रावि देवनाड़ा में मंगलवार को पानी के टांके के टूटने से उसके अंदर गिरी तीनों बच्चियों की मौत का मामला गरमाता जा रहा है। शुक्रवार को इस मामले को लेकर आन्दोलन कर रहे आन्दोलनकारी शाम को नोखा से पैदल कूच कर बीकानेर पहुंचे ओर जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर पड़ाव डाल दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक मांगे नहीं मानी जाती पड़ाव नहीं हटेगा। इस दौरान नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी पहुंचे। धरनार्थी एफआईआर में दर्ज आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और प्रत्येक परिवार को 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। बेनीवाल ने तीनों बच्चियों की मौत का जिम्मेदार प्रशासनिक सिस्टम को बताया। इस दौरान रामनिवास कूकणा,डॉ विवेक माचरा,मगनराम केडली सहित बड़ी संख्या में वक्ताओं ने संबोधित कर पीडि़तों को न्याय नहीं मिलने तक डटे रहने का आह्वान किया। गौरतलब रहे कि रेखाराम ने मंगलवार रात को थाने में देवनाड़ा संस्था प्रधान संतोष,अध्यापक सुनील,सीबीईओ भंवर लाल जानू,पांचू पंचायत समिति के विकास अधिकारी जसवंत सिंह बिश्नोई,केड़ली पीईईओ सूरजाराम और जिला शिक्षाधिकारी सुनील बोड़ा द्वारा लापरवाही बरतने से तीन बच्चियों की मौत होने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है।नोखा पुलिस के हेड कांस्टेबल नथाराम ने स्कूल में पानी के टांके के निर्माण में लापरवाही बरतने पर ग्राम पंचायत के तत्कालीन सरपंच सरपंच दीपाराम चौधरी, ग्राम विकास अधिकारी रामकुमार चौधरी और रामलखन मीणा, पंस नोखा के जेईएन शिव लाल चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। इस घटना में दो मामलों में दस जनों पर मामला दर्ज हो चुका है।