बीकानेर. नोखा में सप्ताहभर पहले फायरिंग में घायल युवक के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। पुलिस जांच में पता चला है कि युवक पर कोई जानलेवा हमला नहीं हुआ था। वह खुद ही अपने पिस्तौल से घायल हुआ था। यह खुलासा होने के साथ ही पुलिस घायल युवक के दोस्तों को गिरफ्तार कर हथियार बरामद कर लिया
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्यारे लाल शिवरान ने बताया कि बीकानेर की नवल बस्ती निवासी चेतन राम तेजी के पेट में गोली लगी थी, जिसका पीबीएम में उपचार चल रहा है। जांच में पता चला कि चेतनराम का दोस्त जोधपुर निवासी मनीष भाटी उसके पास अवैध पिस्तौल लेकर आया था। वह दोनों पिस्तौल को साफ कर रहे थे। तभी अचानक गोली चल गई। गोली चेतनराम के पेट में जा लगी, जिससे वह गंभीर घायल हो गया।पुलिस को घटना के बाद से पुलिस को शक था। पुलिस ने जांच-पड़ताल की। मौका-मुआयना व आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले पर जानलेवा हमले जैसी कोई बात सामने नहीं आई। चेतनराम से ही सख्ती से पूछताछ की, तो पूरा माजरा समझ में आ गया। इस पर पुलिस ने उसके एक साथी मनीष भाटी को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में यह भी पता चला है कि चेतनराम का एक दोस्त जोधपुर से उसके पास आया था, जो यह पिस्तौल लाया था। पुलिस चेतन के दोस्त मनीष भाटी को एक टीम को जोधपुर से गिरफ्तार किया पूर्व में भाटी को दिल्ली पुलिस ने 15पिस्टल के साथ पकड़ा। चेतन अवैध पिस्तौल से चली गोली से घायल हुआ था। पुलिस से बचने और अपने दुश्मन को फंसाने के लिए मनगढ़ंत कहानी रची। नोखा के राणोराव तालाब स्थित चेतनराम तेजी अपनी मौसी के घर आया हुआ था। पांच सितंबर रात को वह गोली लगने से घायल हो गया। गोली उसके पेट में साइड की तरफ लगी थी। उसे पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
बाइट/प्यारे लाल शिवरान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक