‘नवाचार और साहसी: सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी परिप्रेक्ष्यÓÓ विषय पर दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस का शुभारंभ आज लक्ष्मी हेरिटेज में हुआ। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि विधायक जेठानंद व्यास,विशिष्ट अतिथि ज्ञान संप्रभूता केन्द्र के सचिव विनीत गोयनका,अमेरिका के ड्यूश बैंक के निदेशक पंकज ओझा,महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार हरि सिंह मीना थे। अध्यक्षता एमजीएसयू के कुलपति डॉ. मनोज दीक्षित ने की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि हम सबको यह समझने की आवश्यकता है कि सामाजिक आर्थिक परिवर्तन के पीछे तेजी से बदलती प्रौद्योगिकी एक महत्वपूर्ण चालक है। शैक्षिक डिजाइन और वितरण में नवाचारों एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्तमान तकनीकी प्रगति के उपयोग के साथ अभिनव शैक्षिक कार्यक्रमों के सृजन एवं कार्यान्वयन सुनिश्चित करना आवश्यक है। जिसका व्यापक प्रसार परिवर्तन की अपार स ंभावनाएं लिए हुए है।कॉन्फ्रेंस के संरक्षक रामजी व्यास ने बताया कि समाज, अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं पर नवाचार और साहसिकता के महत्व को समझने और इस दिशा में वैश्विक विचार-विमर्श को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।कॉन्फ्रेंस के सह-संयोजक डॉ. रविन्द्र मंगल ने बताया कि दुनिया भर के विशेषज्ञ, शोधकर्ता,उद्योग नेता और नीति निर्माता एक मंच पर एकत्रित होंगे और नवाचार की भूमिका पर चर्चा की। इस मौके पर उज्ज्वल कल्ला,डॉ राजेन्द्र पुरोहित,डॉ सुरेश पुरोहित ने भी विचार रखे। इस अवसर पर विद्यार्थियों की ओर से मॉडल्स की प्रदर्शनी भी लगाई गई। वहीं शोध विद्यार्थियों व अनेक डेलिकेट्स ने पेपर प्रजेन्ट भी किये। जिसमें इन क्षेत्रों में क्या नवाचार किया जा सकता है। उसके बारे में विस्तार से बताया। आएं हुए अतिथियों का आभार अमित व्यास ने जताया।
