जन आंदोलन बना ‘एक पेड़ मां के नाम’, प्रदेश को हरा-भरा बनाने में महत्वपूर्ण साबित होगा ‘हरियालो राजस्थान’: श्री गजेंद्र सिंह खींवसर
76वाँ जिला स्तरीय वन महोत्सव आयोजित
बीकानेर, 27 जुलाई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री श्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का ‘एक पेड़ मां के नाम’ आह्वान अब जन आंदोलन बन गया है। इससे प्रेरित होकर मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की पहल पर चलाया जा रहा ‘हरियालो राजस्थान’ अभियान प्रदेश को हरा-भरा बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
श्री गजेंद्र सिंह ने रविवार को हरियाली तीज के अवसर पर पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में आयोजित 76वें जिला स्तरीय वन महोत्सव के दौरान यह बात कही।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि एक दौर था, जब राजस्थान में दूर-दूर तक पेड़ नहीं दिखते थे। उस समय में प्रदेश में बहुत कम बरसात होती और लगातार सूखा रहता। आज सरकार के प्रयासों से आमजन में जागरूकता आई है और प्रदेश हरियाली से परिपूर्ण हो रहा है। इससे औसत बरसात में वृद्धि हुई है, जो कि प्रदेश के लिए लाभदायक है।
श्री गजेंद्र सिंह ने बताया कि हरियालो राजस्थान अभियान के तहत इस वर्ष प्रदेश में दस करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं हरियाली तीज के अवसर पर एक दिन में ढाई करोड़ रुपए पौधे लगाए जा रहे हैं। इसके लिए शहर-शहर और गांव-गांव आयोजन हो रहे हैं। उन्होंने बीकानेर में लगने वाले सभी पौधों की नियमित देखभाल करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि पर्यावरणीय अनुकूलता के अनुसार प्रजातियों के पौधे लगाए जाएं, जिससे उन्हें आसानी से संरक्षित किया जा सके।
उन्होंने प्रकृति के अतिदोहन से होने वाले नुकसानों पर चिंता जताई और कहा कि इसका एकमात्र उपाय अधिक से अधिक पौधे लगाना है। उन्होंने कहा कि यह हमारा सामूहिक दायित्व है, कि हम पर्यावरण को संतुलित बनाएं। अधिक से अधिक पौधे लगाकर हम आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ पर्यावरण दे सकते हैं।
संभागीय मुख्य वन संरक्षक श्री हनुमानाराम ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने बताया कि हरियालो राजस्थान अभियान के तहत इस वर्ष बीकानेर जिले में पचास लाख पौधे लगाए जाएंगे। वन विभाग द्वारा जिला प्रशासन के निर्देशानुसार सभी आवश्यक तैयारियां की गई हैं।
सहायक वन संरक्षक डॉ. पूजा पंचारिया ने आगंतुकों का आभार जताया। इस दौरान पेड़-पौधे संरक्षण से जुड़ी लघु नाटिका की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का संचालन किशोर सिंह राजपुरोहित ने किया।
